मंत्री श्री सिलावट ने मध्यप्रदेश के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को दुग्ध पदार्थों में मिलावट के ख़िलाफ़ कठोर कार्यवाही के दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दूध में इतनी हानिकारक पदार्थों की मिलावट की जा रही है जो कल्पना से परे हैं। दीवारों में लगायी जाने वाली पुट्टी, सड़ी मूंगफली, यूरिया और अन्य रासायनिक पदार्थ भी मिलाए जा रहे हैं। ऐसा सफेद जहर बनाने वालों पर गत 15 साल में कार्यवाही नहीं की गयी, यह मानवता के ख़िलाफ़ भयंकर अपराध है, ऐसे तत्वों को बख़्शा नहीं जाएगा।
मंत्री श्री सिलावट ने सफ़ेद ज़हर के खिलाफ़ संभाग में अच्छी मुहिम प्रारंभ करने के लिए कमिश्नर श्री आकाश त्रिपाठी की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह अभियान अंजाम तक पहुँचना चाहिए। मिलावटखोरों में इतनी दहशत हो कि वह फिर कभी ऐसा अपराध नहीं करें। संभाग में तेज़ी से सेंपल लिये जाए और इनका परीक्षण भी तेज़ी से करवाया जाए। ऐसे अपराधियों के ख़िलाफ़ रासुका और संपत्ति की कुर्की की कार्यवाही की जाएगी।